ट्रंप के ट्रैवल बैन में फिर से मुस्लिम देशों को निशाना बनाया गया
अमेरिका में इमिग्रेशन एनफोर्समेंट पर बढ़ रहे तनाव के बीच डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा प्रतिबंध नीति आज से प्रभावी हो रही है. राष्ट्रपति ट्रंप ने बीते बुधवार को एक आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए, 12 देशों के लोगों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगा दी थी. उन्होंने अपने पहले कार्यकाल की एक खास नीति को पुनर्जीवित करने और उसका विस्तार करने में राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला दिया है, जिसका प्रभाव मुख्य रूप से अफ्रीका और मिडिल ईस्ट के लोगों पर पड़ेगा.
बुधवार को घोषित प्रतिबंध अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो गणराज्य, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन के नागरिकों पर लागू होता है. बढ़ा हुआ प्रतिबंध बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला के लोगों पर लागू होता है, जो अमेरिका से बाहर हैं और उनके पास वैध वीजा नहीं है.
न्यायाधीशों के साथ टकराव
यह नीति आज से प्रभावी होगी और इसके खत्म होने की कोई तारीख तय नहीं है. नए नियमों के बारे में जानने योग्य बातें यहां दी गई हैं. व्हाइट हाउस में लौटने के बाद से, ट्रंप ने इमिग्रेशन एनफोर्समेंट का एक अभूतपूर्व अभियान शुरू किया है, जिसने कार्यकारी शक्ति की सीमाओं को पार कर लिया है और संघीय न्यायाधीशों के साथ टकराव हुआ है जो उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे हैं.
सात मुस्लिम देशों पर प्रतिबंध
अपने पहले कार्यकाल के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने जनवरी 2017 में भी एक आदेश जारी किया था, जिसमें सात मुस्लिम देशों के नागरिकों पर अमेरिका की यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. इन देशों में इराक, सीरिया, ईरान, सूडान, लीबिया, सोमालिया और यमन शामिल थे. 2017 में ट्रंप के इस आदेश के बाद इन मुस्लिम देशों के लोग परेशान हुए थे. कुछ यात्रियों को या तो अमेरिका आने वाली उड़ानों पर चढ़ने से रोक दिया गया था या फिर उन्हें उतरने के बाद अमेरिकी एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया था.
ट्रंप के इस आदेश को मुस्लिम प्रतिबंध भी कहा गया था. बहुत से लोगों ने इसका विरोध किया और कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन 2018 में अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने इसका एक संशोधित रूप मंजूर कर लिया.
ट्रंप के प्रतिबंध से कौन हुआ प्रभावित?
उस दौरान ट्रंप के प्रतिबंध से ईरान, सोमालिया, यमन, सीरिया और लीबिया के विभिन्न श्रेणियों के यात्री और अप्रवासी प्रभावित हुए थे. इसके अलावा, उत्तर कोरिया और कुछ वेनेजुएला के सरकारी अधिकारियों और उनके परिवारों पर भी इस प्रतिबंध का असर हुआ था.
नए प्रतिबंध में भी कई मुस्लिम देश
अब नए प्रतिबंध में भी कई मुस्लिम देश शामिल हैं. ट्रंप ने इस प्रतिबंध का हमेशा यह तर्क देकर बचाव किया कि इसका उद्देश्य देश की रक्षा करना था. यह मुस्लिम विरोधी पूर्वाग्रह पर आधारित नहीं था. हालांकि, ट्रंप ने व्हाइट हाउस के लिए अपने पहले अभियान के दौरान मुसलमानों पर खुले तौर पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया था.